दिल्ली. विधानसभा चुनाव में एक्जिट पोल सच साबित हुए हैं. हाल के चुनावों में ये पहली बार है, जब एक्जिट पोल सही साबित हुए हैं, नहीं तो लोकसभा से लेकर विधानसभा तक के चुनावों में एक्जिट पोल के खिलाफ ही नतीजे आते थे, जिससे एक्जिट पोल पर सवालिया निशान खड़े हो गये थे, लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनावों में एक्जिट पोल सच साबित हुए हैं. जब मतदान हुआ था, उस दिन शाम को एक्जिट पोल के नतीजे आये थे, जिनमें आठ में से छह एक्जिट पोल्स ने बीजेपी की सरकार बनने का दावा किया था, तब पोल ऑफ पोल्स के नतीजों से ये बात सामने आयी थी कि आप 30 सीटों के आसपास पा सकती है यानी प्लास व माइनस 5 सीट पा सकती है, जबकि बीजेपी 39 सीटों पर जीत सकती है. प्लस व माइनस फाइव. यानी बीजेपी की सरकार बनने की भविष्यवाणी एक्जिट पोल्स में की गयी थी.
आज जब नतीजे सामने आये हैं, तो वो एक्जिट पोल्स के काफी करीब है. यानी एक्जिट पोल सच साबित हुये हैं. हालांकि सीट पर छोड़ा बहुत आगे पीछे हैं, लेकिन नतीजे लगभग वैसे रहे हैं, जैसा एक्जिट पोल में दिखाया गया है.
दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की पार्टी हार रही है, ये आभास बतौर पत्रकार मुझको उस समय हुआ था, जब केजरीवाल ने ये कहना शुरू किया था कि अब कभी मैं प्रिडिक्शन नहीं करूंगा, क्योंकि प्रिडिक्शन करना अंहकार होता है, जो मेरे अंदर पहले था, लेकिन अब मैं सिर्फ चुनाव लड़ूंगा और पार्टी को लड़वाऊंगा, लेकिन कोई अनुमान नहीं लगाऊंगा. इसके साथ ही यमुना के पानी में जहर को लेकर केजरीवाल ने जिस तरह से बयान दिया था, वो उनके खिलाफ गया.
किसी पार्टी का कोई मुखिया कैसे ये कह सकता है, कैसे बयान दे सकता है कि पानी में जहर मिला दिया गया. इससे आम लोगों की भावनाएं तक आहत हुई और इस बयान से ये पता चल गया कि अरविंद केजरीवाल झूठ बोल रहे हैं, क्योंकि किसी सरकार के कुछ अधिकारी कैसे किसी नदी की धार को रोक सकते हैं. नदी के पानी के अलग कर सकते हैं. अरविंद केजरीवाल ने खुले तौर पर कहा था कि हमारे अधिकारियों ने यमुना के जहरीले पानी को दिल्ली की सीमा पर रोक दिया है.
अरविंद केजरीवाल के इस बयान के बाद बीजेपी को मौका मिल गया. चुनाव आयोग से लेकर कोर्ट और पुलिस तक में उनके खिलाफ शिकायतें हुई थीं, लेकिन सबसे बड़ी शिकायत जनता की वो अदालत थी, जिसको चुनावों के जरिये फैसला देना था. जनता ने फैसला दे दिया. दिल्ली में रहते हुए आप सरकार के समय मुझे भी पानी की समस्या का सामना करना पड़ा. मेरे यहां निर्माण विहार इलाके में एक सप्ताह से ज्यादा समय तक सीवर का पानी सप्लाई हो रहा था. अगर वो पानी खोल दिया जाए, तो पूरे घर में बदबू फैल जाती थी.