
पटना. राजधानी पटना में दिनदहाड़े अपराधियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई. इस दौरान अपराधियों ने पुलिस पर गोली चलाई, तो पुलिस ने स्थानीय लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर फायरिंग तो नहीं की, लेकिन मकान में छिपे अपराधियों की जबरदस्त घेराबंदी कर दबोच लिया. अपराधियों के कब्जे से हथियार बरामद हुए है.
मुठभेड़ में राजधानी पटना के चार थानों की पुलिस के साथ एस टी एफ को भी अपराधियों के मोर्चाबंदी में लगाया गया. इसके साथ ही पुलिस का आतंकवाद निरोधी दस्ता के कमांडो भी अपराधियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए घटनास्थल पर मोर्चा संभाले हुए थे. पूरा इलाका पुलिस छानी में तब्दील हो गया था.
पुलिस और अपराधियों के बीच भिड़ंत की वारदात कंकड़बाग थाना के राम लखन पथ में मंगलवार को दोपहर लगभग 1:00 बजे हुई.
बताते हैं कि रामकृष्ण नगर थाना के जमीन विवाद के मामले में पुलिस राम लखन पद के धर्मेंद्र के मार्केट में पूछताछ करने गई थी. इसी बीच धर्मेंद्र ने पूछताछ करने वाली पुलिस टीम पर गोली चल दिया. पटना के एस एस पी अवकाश कुमार के अनुसार अपराधियों की ओर से चार राउंड फायरिंग की गई. उन्होंने बताया कि फिलहाल धर्मेंद्र पुलिस को चकमा देकर भागने में सफल रहा.
एस एस पी अवकाश कुमार के अनुसार पुलिस पर फायरिंग की खबर मिलते ही कंकड़बाग एवं इसके आसपास के चार थानों की पुलिस को घटनास्थल पर भेजा गया. राम लखन पथ स्थित द मैंस एंड वूमेंस हेल्थ क्लब के पास अपराधियों के छिपे होने की खबर मिली. पुलिस ने तत्काल हेल्थ क्लब वाली बिल्डिंग को चारों तरफ से घेर लिया. इसी दरमियान यह जानकारी मिली कि अपराधी इस बिल्डिंग के एक कमरे में छिपे हुए हैं. तत्काल एस टी एफ के जवान भी घटनास्थल पर पहुंचे और आसपास के इलाकों की घेराबंदी कर दी गई. इसके साथ ही बिहार पुलिस का आतंकवाद निरोधी दस्ता के कमांडो भी वहां पहुंच गए और मकान में छिपे अपराधियों सरेंडर करने के लिए ललकारा. एसटीएफ और कमांडो दस्ता के जवानों ने कमरे का दरवाजा तोड़कर अपराधियों को दबोच लिया. एसपी ने बताया कि कई अपराधियों और पुलिस पर गोली चलाने वाला धर्मेंद्र सिंह फरार हो गया. उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस राजधानी के कई ठिकानों पर छापामारी कर रही है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ की जा रही है.
एस एस पी अवकाश कुमार के अनुसार अपराधियों द्वारा पुलिस पर फायरिंग किए जाने के बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई के तहत उनके गोलियों का जवाब देना चाहा, परंतु घटनास्थल पर घनी आबादी होने और लोगों की भीड़ बढ़ जाने से पुलिस ने सिविलियन की सुरक्षा को लेकर फायरिंग नहीं किया. उन्होंने बताया कि तत्काल आसपास के कई घरों के तलाशी ली गई है.
स्थानीय लोगों के अनुसार एक राउंड फायरिंग की आवाज सुनी गई. लोगों ने बताया कि फायरिंग की आवाज सुनते ही आसपास की दुकान धड़ाधड़ बंद हो गई और स्थानीय निवासी अपने मकान में कैद होकर घर की छत पर चले गए. एसपी अवकाश कुमार ने भी बताया कि सिविलियन की सुरक्षा पुलिस के लिए महत्वपूर्ण मुद्दा था, हालांकि पुलिस के आला अधिकारियों ने सूझबूझ से काम लेते हुए बिना गोली चलाएं अपराधियों को दबोचने में कामयाबी पायी.